चंडीगढ़ : प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज को नायब मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया। इसी बीच विज ने खुद बोल दिया कि वे नायब सैनी सरकार का हिस्सा नहीं बनना चाहते थे खुद मना किया। इस बीच विज की नाराज़गी सुर्ख़ियों में आ गई। अब कांग्रेस ने इस को भुनाने में लग गई है। । कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर इसे लेकर मुहिम छेड़ी है। हरियाणा कांग्रेस के आधिकारिक X हैंडल पर विज की नाराजगी पर लिखा गया है, ‘वो इतना रूठे कि सनम ने मनाना ही छोड़ दिया… पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के साथ उनकी पार्टी का ये रवैया आखिर क्यों है? कांग्रेस की ओर से इसे भाजपा की गुटबाजी बताया गया है। लिखा गया है, ‘हरियाणा भाजपा की गुटबाजी की वजह से ही पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था खराब रही और आजकल विज साहब का मूड खराब रहता है।’ इस पर पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस को नसीहत दे डाली। बोले विज नाराज़ नहीं है। ग़ौरतलब है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के शपथ समारोह और बाद में मंत्रिमंडल के विस्तार से राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की दूरियां बनी रहीं, जिसके बाद विज की नाराजगी की चर्चाएं शुरू हो गई थी।मुख्यमंत्री नायब सैनी का अंबाला छावनी विधानसभा में पहला ठहराव हुआ, जिसमें विज स्वागत समारोह में शामिल नहीं हुए। मुख्यमंत्री का काफिला भी विज आवास से कुछ दूरी से ही निकल गया। लेकिन अब विज को मनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद पहुंचे थे। बाद में मीडिया से बातचीत में मनोहर लाल ने कहा कि हमारा कोई रूठा नहीं है। हाेली भाईचोर का त्योहार है। वे चंडीगढ़, पंचकूला में भी बहुत लोगों से मिला हूं, अब विज साहब के पास आया हूं। वास्तव यह दिन को मिलने जुलने का है, रूठों को मनाने का नहीं होता। भाईचारा कायम रहे। सब मिलते हैं, सब रूठे तो नहीं होते। मनोहर लाल भले ही भाईचारे की बात कह गए, लेकिन पिछले नौ सालों में पहला अवसर था जब मनोहर लाल विज के आवास पर होली के त्याेहार पर पहुंचे हैं। बता दें कि नायब सिंह सैनी को जब मुख्यमंत्री घोषित किया गया तो विज को उनके नाम की घोषणा करने को कहा। विज मीटिंग में अपना विरोध जताते हुए बाहर निकल आए। बाद में मंत्रिमंडल के शपथ समारोह में भी विज को न्यौता नहीं दिया गया। जिस दिन चंडीगढ़ में शपथ समारोह की तैयारियां चल रही थीं, जबकि विज अपने विधानसभा क्षेत्र में एक कार्यक्रम में मौजूद थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि था कि शपथ समारोह की उनको जानकारी नहीं है। इसके बाद विज ने छोड़ो कल की बातें … तथा फिर याद करेगी दुनिया तेरा मेरा अफसना … गीत गुनगुनाया। इसी बीच उन्होंने ट्विट किया कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं मारी, सदियों रहा है है दुश्मन दौर-ए-जमां हमारा भी किया। इन सभी के राजनीति गलियारों में अलग-अलग मतलब निकाले। लेकिन नायब सैनी मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री असीम गोयल विज का आशीर्वाद लेने पहुंचे। इसके कुछ ही दिन बाद दिल्ली से चंडीगढ़ जाते मुख्यमंत्री खुद विज के आवास पर पहुंचे। हालांकि सैनी ने कहा था कि विज हमारे वरिष्ठ नेता है और उनको सारी जानकारी होती है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में हुई बैठक के अगले दिन ही सैनी विज से मिले। अब होली के दिन पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आना और गेट पर एंट्री करते ही विज साहब बहुत-बहुत होली मुबारकां कहना और दोनों का गले मिलना कई चर्चाएं पैदा कर गए। बाद में दोनों नेताओं ने एक दूसरे को तिलक भी लगाया। इसी बीच नायब मंत्रिमंडल के दूसरे राज्य मंत्री महीपाल ढांढा ने भी विज से शिष्टाचार भेंट की। माना जा रहा है कि आने वाले समय में विज को भाजपा बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकती है। अब यह देखना होगा कि जिम्मेदारी मंत्रिमंडल में मिलेगी या अलग होगी, लेकिन चर्चाओं का बाजार गर्म है।
विज के आवास पर तिलक लगाने की फोटो शेयर की
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूर्व गृह मंत्री हरियाणा अनिल विज के आवास पर होली के दिन पहुंचकर उनको शुभकामनाएं दीं। यही नहीं दोनों ने एक दूसरे को तिलक भी लगाया। मनोहर लाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर तिलक लगाने की फोटो भी शेयर की और लिखा कि हरियणा के वरिष्ठ नेता एवं मेरे साथी अनिल विज के आवास पर जाकर तिलक लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं।