-1371 नोटा वोटों के साथ अम्बाला शहर विधानसभा हलका हरियाणा में चौथे पायदान पर — हेमंत
AMBALA -हरियाणा विधानसभा के गठन के लिए हाल ही में सम्पन्न हुए आम चुनाव के नतीजों में जहां प्रदेश में गत 10 वर्ष से सत्तासीन भाजपा ने इस बार अप्रत्याशित 48 सीटें जीत सबको हैरान करते हुए स्वयं अपने दम पर 90 सदस्यीय राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है, वहीं कांग्रेस को 37 सीटें प्राप्त हुई हैं. इनेलो को 2 सीटें एवं 3 निर्दलीय विधायक जीते हैं। इसी बीच अम्बाला शहर निवासी पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट हेमंत कुमार ( 9416887788) ने भारतीय चुनाव आयोग के आधिकारिक रिकॉर्ड से प्राप्त आंकड़ों का विस्तृत अध्ययन कर बताया कि ताज़ा संपन्न हरियाणा विधानसभा आम चुनाव में प्रदेश की सभी 90 वि.स. सीटों पर नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) विकल्प के पक्ष में कुल 53 हज़ार 300 वोट अर्थात कुल 0.38 प्रतिशत वोट पड़े हैं। जहां तक अम्बाला शहर वि.स. हलके का विषय है, हेमंत ने बताया कि इस बार यहाँ कुल 1371 वोट नोटा के पक्ष में पड़े हैं जिसमें से 1364 वोट ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों) द्वारा जबकि 7 पोस्टल बैलट द्वारा डाले गए. नोटा के पक्ष में राज्य के सभी वि.स. हलकों में डाले गए वोटों में अम्बाला शहर प्रदेश भर में चौथे पायेदान पर रहा है. सबसे अधिक नोटा के विकल्प पर वोट फरीदाबाद जिले के तिगांव वि.स. सीट पर 1 हजार 859 पड़े जबकि दूसरे नंबर पर गुरुग्राम जिले के बादशाहपुर वि.स. हलके में 1 हजार 803 नोटा वोट डाले गए एवं तीसरे नंबर पर फरीदाबाद जिले के बढ़खल हलके में 1 हजार 509 नोट वोट पड़े। बहरहाल, अम्बाला शहर वि.स. सीट पर चुनाव लड़ रहे सभी 12 उम्मीदवारों को प्राप्त वोटों की दृष्टि से नोटा विकल्प पांचवें नंबर पर रहा. अम्बाला शहर वि.स. सीट से विजयी रहे कांग्रेस के निर्मल सिंह मोहड़ा, जिन्हें 84 हजार 475 वोट मिले, के बाद दूसरे नंबर पर असीम गोयल नन्योला को 73 हजार 344 वोट, तीसरे नंबर पर आजाद समाज पार्टी के पारुल नागपाल को 2 हजार 423 जबकि चौथे नंबर पर आम आदमी पार्टी (आप) के केतन शर्मा को 1 हज़ार 492 वोट मिले. इस प्रकार नोटा के पक्ष में डाले गये 1371 वोट चौथे नंबर पर रहे जो बसपा के प्रत्याशी मलकीत सिंह भानोखेडी को पड़े 1305वोटों से 66 अधिक हैं. अक्टूबर, 2019 हरियाणा वि.स. चुनाव दौरान अम्बाला शहर सीट पर नोटा के पक्ष में 1484 वोट जबकि अक्टूबर, 2014 हरियाणा वि.स. चुनाव दौरान अम्बाला शहर हलके में नोटा को 1101 वोट पड़े थे. वर्ष 2013 में सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय की अनुपालना में ही चुनाव में नोटा का विकल्प लागू किया गया था. अम्बाला जिले के तीन अन्य वि.स. हलकों में अम्बाला कैंट में नोटा के पक्ष में 641 वोट, मुलाना वि.स. सीट पर 480 जबकि नारायणगढ हलके में 410 वोट नोटा को पड़े। बहरहाल, हेमंत ने आगे बताया कि भारतीय चुनाव आयोग द्वारा देश के सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशो के मुख्य चुनाव अधिकारियों को दिसंबर, 2013 में जारी एक पत्र में स्पष्ट किया गया था कि नोटा के पक्ष में डाले गए वोट वैध नहीं माने जायेंगे. चूँकि चुनाव में विजयी होकर निर्वाचित हुए उम्मीदवार के अतिरिक्त शेष सभी उम्मीदवारों को अपनी ज़मानत राशि बचाने के लिए चुनाव में डाले गए कुल वैध वोटो का एक-छठा भाग अर्थात 16.66 % से अधिक वोट लेने आवश्यक होते हैं, तो उनमें नोटा के पक्ष में डाले गए वोट शामिल नहीं किये जाते हैं.