Delhi: भ्रष्टाचार एवं अन्य कदाचारों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति के तहत सीबीआई ने घूसखोरी के मामले में अपने ही कर्मियों, दलालों आदि के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की
भ्रष्टाचार के प्रति अपनी शून्य सहनशीलता की नीति को आगे बढ़ाते हुए एवं उद्यमिता, अखंडता व निष्पक्षता के अपने मूल मूल्यों को बनाए रखते हुए, सीबीआई के आंतरिक सतर्कता तंत्र ने अपने कुछ कर्मियों एवं मध्य प्रदेश राज्य नर्सिंग कॉलेजों के कर्मियों और राज्य के पटवारियों की संलिप्तता वाले षड़यंत्र का खुलासा किया। सीबीआई द्वारा दर्ज किया गया मामला, भ्रष्टाचार के प्रति उसकी शून्य सहनशीलता की नीति को सशक्त बनाते हुए दर्शाता है कि अगर संगठन के मूल मूल्यों से भटकते हुए पाया जाता है तो सीबीआई अपने ही कर्मियों को नहीं बखश्ती है।
यह पता लगाने के लिए कि क्या नर्सिंग कॉलेज, बुनियादी सुविधाओं व संकाय के संबंध में नर्सिंग कॉलेज, निर्धारित मानदंडों और मानकों को पूरा करते हैं, राज्यव्यापी निरीक्षण करने हेतु माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में, सीबीआई, एसीबी, भोपाल ने 7 कोर टीमों एवं 3-4 सहायक टीमों का गठन किया, जिसमें सीबीआई के अधिकारी, मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों द्वारा नामित अधिकारी एवं पटवारी शामिल है।
विभिन्न टीमों द्वारा किए जा रहे निरीक्षणों की निगरानी के दौरान, राहुल राज, निरीक्षक, सीबीआई सहित एक सहायक टीमों में से एक के कर्मी, भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त पाए गए। यह देखा गया कि वे वाहकों के माध्यम से एकत्र रिश्वत के एवज़ में अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट दे रहे थे। सीबीआई का आंतरिक सतर्कता तंत्र सतर्क हुआ और निरीक्षक राहुल राज, 03 अन्य सीबीआई कर्मियों एवं वाहकों/दलालों सहित 23 व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया।
शनिवार(18.05.2024) को निरीक्षक राहुल राज को
अनिल भास्करन व उनकी पत्नी सुमा अनिल से 10 लाख रु. अवैध रिश्वत के रूप में स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। आगे की कार्रवाई में, सीबीआई, नई दिल्ली ने भोपाल, इंदौर, रतलाम एवं जयपुर में 31 स्थानों पर तलाशी ली तथा 2.33 करोड़ रु. से ज्यादा का नकद, 04 सोने की छड़ें(Gold bars), 36 डिजिटल उपकरण एवं 150 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।
मामले में 13 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें राहुल राज, निरीक्षक, सीबीआई, सुशील कुमार मजोका, निरीक्षक, मध्य प्रदेश पुलिस शामिल हैं, जो सीबीआई से जुड़े(attachment) हुए हैं एवं ओम गोस्वामी, रवि भदोरिया और जुगल किशोर, जो दलाल की भूमिका में थे तथा तीन महिलाओं को इस मामले में गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को दिनाँक 29.05.2024 तक सीबीआई की हिरासत में भेजा गया।
सीबीआई ने दोषी कर्मियों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई भी शुरू कर दी है।