मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ के जेल सुपरिंटेंडेंट को चिट्ठी लिख कर कहा अख़बार में आपका बयान पढ़ा, वो बयान गलत है। आपका झूठा बयान पढ़ के बहुत दुख हुआ।
1) तिहाड़ प्रशासन का पहला बयान ‘अरविंद केजरीवाल ने इन्सुलिन का मुद्दा कभी नहीं उठाया’
यह सरासर झूठ है। मैं पिछले 10 दिन से लगातार इन्सुलिन का मुद्दा उठा रहा हूँ, दिन में कई बार उठा रहा हूँ। जब भी कोई डॉक्टर मुझे देखने आया तो मैंने बताया कि मेरा शुगर लेवल बहुत हाई है। मैंने ग्लूको-मीटर की रीडिंग दिखाकर बताया कि दिन में 3 बार peak आती है और शुगर लेवल 250-320 के बीच जाता है। मैंने बताया कि फास्टिंग का शुगर लेवल रोज़ 160-200 पर है। मैंने रोज़ इन्सुलिन की माँग की है। तो आप यह झूठा बयान कैसे दे सकते हैं कि केजरीवाल ने कभी इन्सुलिन का मुद्दा नहीं उठाया?
2) तिहाड़ प्रशासन का दूसरा बयान: AIIMS के डॉक्टर ने आश्वस्त किया है कि कोई चिंता की बात नहीं है।
🔹 यह भी सरासर झूठ है। AIIMS के डॉक्टर ने ऐसा कोई आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने शुगर लेवल का और मेरे स्वास्थ्य से जुड़ा पूरा डाटा माँगा, और कहा कि डाटा को देखने और विश्लेषण करने के बाद वो अपनी राय देंगे।
मुझे बहुत दुख है कि आपने राजनैतिक दबाव में आ कर झूठे और गलत बयान दिये हैं। मैं उम्मीद करता हूँ कि आप क़ानून और संविधान का पालन करेंगे।