- हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को मिली बड़ी सफलता
- गोहाना के फूड सप्लाई डिपो में कार्यरत तीन अधिकारियों को ₹150000 की रिश्वत लेने के आरोप में किया गिरफ्तार
- सैंपल फेल होने आदि का डर दिखाते हुए शिकायतकर्ता से की थी रिश्वत की मांग
Chandigarh । हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने देर सांय जिला सोनीपत के गोहाना स्थित फूड सप्लाई डिपो में कार्यरत दीपू सहायक रविंद्र, तकनीकी सहायक (क्वालिटी कंट्रोल) धर्मेंद्र को ₹145000 की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस मामले में डिपो के मैनेजर नंदन सिंह को एसीबी की टीम ने आज प्रातः गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ रोहतक के एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की गई है।
क्या था मामला-
इस बारे में जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को सूचना प्राप्त हुई जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया कि वह जिला रोहतक के गांव घिलोड में राइस मील चलाता है और उसे हरियाणा स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन से वर्ष 2023-24 के लिए मीलिंग के लिए टेंडर मिला हुआ है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने फूड सप्लाई डिपो गोहाना में 115 ट्रक चावलों की सप्लाई पहले ही की हुई है। बताया गया कि इस मामले में आरोपी रविंद्र तथा धर्मेंद्र द्वारा सैंपल फेल होने तथा वेटेज संबंधी मुद्दों आदि का डर दिखाते हुए 150000 रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है। मामले की पुष्टि करते हुए एसीबी की टीम में आरोपियों को पकड़ने के लिए योजना बनाई और देर सांय आरोपी रविंद्र को 50500 रुपए तथा आरोपी धर्मेंद्र को 94500 की राशि के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इस मामले में डिपो के मैनेजर नंदन सिंह की भी संलिप्तता पाई गई जिसे एसीबी की टीम ने आज सुबह गिरफ्तार किया। यह पूरी कार्रवाई गवाहों के समक्ष पारदर्शिता बरतते हुए की गई। आरोपीयो के खिलाफ रोहतक एंटी करप्शन ब्यूरो पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज करते हुए उसकी गिरफ्तारी की गई है। अनुसंधान जारी हैं ।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी सरकारी काम करने की एवज में रिश्वत की मांग करता है तो तुरंत इसकी जानकारी हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो के टोल फ्री नंबर -1800-180-2022 तथा 1064 पर देना सुनिश्चित करें।
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