ग़ाज़ियाबाद: विशेष न्यायालय,भ्रष्टाचार निरोधक, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, गाजियाबाद ने 24.03.2008 से 07.04.2008 की अवधि के दौरान श्याम बाबू (तत्कालीन डाक सहायक) को डाक विभाग के साथ 32.98 लाख की धोखाधड़ी का दोषी करार दिया था। उसने फर्जी तरीके से किसान विकास पत्र (केवीपी)/राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) की परिपक्व राशि का लाभ उठाया और इस तरह काल्पनिक अस्तित्वहीन लोगों के नाम पर डाकघर और एचडीएफसी बैंक, अलीगढ़ में खोले गए विभिन्न खातों के माध्यम से अपराध की आय का गबन किया। उन्हें अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग करते हुए और धन-शोधन के अपराध में सक्रिय रूप से संलिप्त पाया गया।