स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिये सभी वर्ग मिल कर चलें , तभी सुरक्षित होगा बच्चों का सफर
हमारी फेडरेशन ज्यादा दबाव में काम नहीं कर पाएंगे और अगर इसी तरह मुश्किल आती रही तो हम अपने वाहनों की चाबियां सरकार को वापस करने पर मजबूर हो जाएंगे , इसके बजाय सरकार हमारी फेडरेशन की सहमति से बने एसओपी
स्कूली बच्चों को सुरक्षित सफर के लिए विकल्प पेश करते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष कुलभूषण ने कहा कि सरकार पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम व्यवस्थित करें और बच्चों को लाने ले जाने का जिम्मा खुद ले।
चंडीगढ़ , प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता आयोजित कर फेडरेशन आफ स्कूल संघ ने स्कूल बसों के मुद्दे को लेकर ,कुलभूषण शर्मा ने किया बड़ा खुलासा,फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल संघ ,हरियाणा के प्रेसिडेंट ने कहा कि 7000 स्कूल बसों के लिये बने एसओपी ताकि ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो व पूरी सुरक्षित वाहन पालिसी में अभिभावक, स्कूल संघ , परिवहन विभाग सहित सभी विभागों को शामिल करके ,ऐसी एसओपी बनाएं या फिर पब्लिक स्कूल ट्रांसपोर्ट डेवेलप करे ताकि स्कूल छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि रहे ।
स्कूल की सैकड़ों बसों को सरकारी तंत्र द्वारा छुट्टी वाले दिन रैलियों के लिए लेजाया जाता है , इससे उन बसों में फायर का सिलिंडर , सीटें फटना , कैमरे डेमेज होना आम है ,इसलिए अगले दिन कई बार बसें सही हालत में नहीं होती हैं ।
हमारी फेडरेशन ज्यादा दबाव में काम नहीं कर पाएंगे और अगर इसी तरह मुश्किल आती रही तो हम अपने वाहनों की चाबियां सरकार को वापस करने पर मजबूर हो जाएंगे।
कुलभूषण ने सरकार द्वारा पिक एंड चूस पॉलिसी के तहत कई स्कूलों पर स्कूल बंद होने के बाद भी जांच lप्रक्रिया चलाने पर ऐतराज जताते हुए कहा कि सभी स्कूलों बिना भेदभाव के जांच होनी चाहिए।
गत रविवार फरीदाबाद में सैकड़ों बसें फरीदाबाद रैली में गईं थी , इससे बसों की हालत खराब हो जाती है ,रैली वाले यात्री कई बार तोड़फोड़ कर देते हैं जिससे बेसन के मानक पूरे नहीं हो पाए और बसों को चलन का शिकार होना पड़ता है। मेरे अनुमानंसर कुछ ही स्कूलों में मानक पूरा करने में कमी हो सकती है