AMBALA : सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रयासों से सोमवार को कांग्रेस के दो मुख्य चेहरे पूर्व विधायक जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह ने अम्बाला शहर से कांग्रेस प्रत्याशी चौ. निर्मल सिंह के समर्थन में अपने नामांकन वापस ले लिए। इसके बाद निर्मल सिंह ने भी भावुक होकर इन दोनों नेताओं व उनके हजारों समर्थकों को सर-आंखों पर बिठाने का वायदा करते हुए कहा कि कांग्रेस की सत्ता आने पर किसी को भी नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
भले ही कांग्रेस हाईकमान में पूर्व मंत्री निर्मल सिंह जैसे कद्दावर नेता को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा गया था, लेकिन फिर भी पूर्व विधायक जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल करने से अम्बाला शहर की राजनीति में पिछले कई दिनों से कांग्रेस की सियासत काफी उलझन में थी। निर्मल सिंह ने भारतीय जनता पार्टी को कड़ी चुनौती दे रखी थी, लेकिन कांग्रेस में ही बगावत के चलते निर्मल सिंह की जीत पर सवालिया निशान लग रहे थे।
इसीलिए, पिछले तीन दिन से खुद कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह को मनाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास भी किए थे और गत रात्रि वह काफी हद तक मान भी गए थे, लेकिन सोमवार को निर्मल सिंह ने इन दोनों दिग्गज नेताओं को पार्टी में पूरा सम्मान दिलाने के लिए सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को अम्बाला बुलाया। कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह के बुलावे पर सांसद दीपेंद्र हड्डा सुबह होते ही अम्बाला शहर पहुंचे और पहले पूर्व विधायक जसबीर मलौर के निवास पर पहुंचे तथा उन्हें पार्टी को मजबूत करने की बात कही। इसके बाद उन्होंने हिम्मत सिंह को भी समझाया कि पार्टी को मजबूत करके अपने प्रदेश और पार्टी को मजबूत करना होगा।
दोनों नेताओं ने सांसद की बात पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे निर्मल सिंह के चुनाव में दल-बल के साथ काम करेंगे। जैसे ही दोनों नेताओं ने यह ऐलान किया अम्बाला शहर की सियासी फिजा एकदम बदल गई। उसी वक्त भाजपा के खेमे में मायूसी छा गई, क्योंकि निर्मल सिंह अम्बाला जिले की सियासत का एक बड़ा चेहरा माने जाते हैं और उनकी मजबूती से पूरे अम्बाला जिले में कांग्रेस को निश्चित तौर पर मजबूती मिलना तय है।
निर्मल बोले – साथ देने वाले उन पर भरोसा रखें
सोमवार को राजनीतिक घटनाक्रम ने अम्बाला शहर से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री निर्मल सिंह और उनके समर्थकों को सशक्त कर दिया। खुद निर्मल सिंह ने भावुक होकर उनका साथ देने वाले दिग्गज नेताओं को भरोसा दिलाया कि वह किसी बात की परवाह न करें, वे दोनों नेता उनके छोटे भाई हैं और वह जिंदगी भर उनको गले लगाकर रखेंगे। अम्बाला शहर के विकास के लिए इन लोगों की बात को गंभीरता से लिया जाएगा। पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने साथ ही यह भी कहा कि जीत उनकी नहीं, बल्कि जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह के साथ कांग्रेस पार्टी की भी होगी।
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दर्जनों सरपंचों ने दिया निर्मल सिंह को समर्थन
अम्बाला शहर से कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को आज एक और बड़ी सफलता मिली, क्योंकि उन्हें क्षेत्र के दर्जनों सरपंचों ने एक साथ समर्थन देकर कांग्रेस को मजबूती प्रदान की। जिन गांवों के सरपंचों ने समर्थन किया उनमें अहमा, बलाना, धुराला, रवालो, धुरकड़ा, जैतपुरा, जंधेड़ी, जोधपुर, रोशनपुर, बालापुर, सोंटा, जनसुई, सेगती, गौरसियां, मोखा माजरा, मटेडी शेखां, नडियाली, मेतलां, हुमायूंपुर, डंगडेरियां, कलावड़, दानीपुर, लदाना, बटरोहन, छपरा, सोंटी, मैहला, सुल्लर, नग्गल, लखनौर साहिब, मस्तपुर, खन्ना माजरा, जगोली, उगाड़ा एवं मियांमाजरा आदि शामिल हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह ने इन सभी सरपंचों को आश्वासन दिया कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने पर उनके गांव के विकास को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस व्यवस्था के कारण वे लंबे समय से हताश चल रहे हैं, उस व्यवस्था को खत्म करके इन गांवों में विकास के नए आयाम स्थापित किए जाएंगे। सरपंचों के साथ आए हजारों समर्थकों ने चौधरी निर्मल सिंह जिंदाबाद के नारे लगाकर माहौल को उनके पक्ष में कर दिया।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह के समर्थन में पूर्व विधायक जसबीर मलौर और हिम्मत सिंह के नामांकन वापिस लेने के निर्णय के बाद एकजुटता दर्शाते कांग्रेस नेता।